मैं, सुमित प्रताप सिंह, आज अजीत झा जी के ब्लॉग को बनाने का सौभाग्य प्राप्त कर रहा हूँ. मेरी यह कामना या यूं कहें की अजीत जी से प्रार्थना है कि वह अपने ब्लॉग पर निरंतर रोमन लिपि का सहयोग ले देवनागरी लिपि में लिखकर हिंदी माँ की सेवा करते रहें...
जय हिंद
जय हिंदी
जय हिंद
जय हिंदी
1 comment:
शुभकामनाएं.
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